विश्व समन्वय संघ द्वारा आयोजित दिवाली मिलन समारोह सामूहिक भोज



विश्व समन्वय संघ ने प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी दिवाली मिलन समारोह का आयोजन सन्निधि भवन, जवाहरलाल नेहरू मार्ग में किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री अनवर पाशा (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के भाषा विभाग के विभाध्यक्ष) ने की।
समारोह में सर्वधर्म प्रार्थना के साथ प्रीतिभोज में संघ के पदाधिकारी सदस्यों के साथ अलग अलग क्षेत्रों से भी अनेक लोग शामिल हुए। इस समारोह का उद्देश्य सांप्रदायिक सद्भाव के साथ पारंपरिक उत्सव को वास्तविक तरीके से लोगों के सामने पेश करना रहा है।
इस कार्यक्रम की शुरुआत विश्व संबंध में संघ की चेयरमैन श्री कुसुम शाह के साथ श्रीमती वीना हांडा, सुश्री इंदु बाला, श्रीमती कृष्णा शर्मा द्वारा सर्व धर्म प्रार्थना से हुई, जिसके बाद दीप प्रज्वलन श्री अनवर पाशा जी ( जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के भाषा विभाग के अध्यक्ष), श्री रवि कांत झा (भारतीय आदिम जाति सेवक संघ के कार्यालय सचिव) , अनिल शर्मा ,ज़ुबैर खान (साक्षी फाउंडेशन), श्री अतुल कुमार प्रभाकर (उपाध्यक्ष विश्व समन्वय संघ), श्री अभिनव आचार्य (महामंत्री विश्व समन्वय संघ) , श्री राजकुमार शर्मा (सचिव विश्व सामान्य संघ) ,अमन साहिल द्वारा किया गया।
इस मौके पर विश्व समन्वय संघ के उपाध्यक्ष श्री अतुल कुमार प्रभाकर , महामंत्री  आचार्य अभिनव,  वरिष्ठ पत्रकार प्रसून लतांत और अन्य कई सदस्यों ने दीवाली मिलन समारोह पर अपने विचार व्यक्त करते हुए समाज में लोगों से शांति , समन्वय और सद्भाव कायम करने की वकालत की।
विश्व समन्वय संघ द्वारा आयोजित सामूहिक भोज पर अनेक सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी जिसमे अभय सिन्हा जी( महासचिव, लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विकास केंद्र ),श्री संतोष दुबे( संचालक AKP न्यूज़ चैनल), श्रीमती शिल्पा जिंदल( साक्षी महिला आयोग ) , श्री रोहित मित्तल ( उद्योगपति और AKP सलाहकार), श्री अवधेश मिश्रा (ममहासचिव अखिल भारतीय प्राकृतिक चिकित्सा), प्रबोध चन्दोल( संचालक, पेड़ पंचायत) आदि लोगों ने शामिल होकर समन्वय भाव को लेकर अनेक चर्चाएं की।
अंत मे विश्व समन्वय संघ के सभी सदस्य मोहम्मद शफीक उर्फ छोटे खान, उन्नत जी, निखिल कड़वाल, विभोर जी, राकेश गर्ग, विशाखा गर्ग, मेहविश , राशिद लतीफ आदि सदस्यों ने अन्य संस्थाओं के पदाधिकारी सदस्यों के साथ बैठक कर समाज मे वर्तमान में बढ़ते प्रतिकूल वातावरण में सौहार्द के वातावरण का विस्तार करते हुए उसे कैसे बढ़ावा दिया जाए जिससे अमन शांति का पैगाम लोगो के दिलों में स्थायी भाव ले इस विषय पर चर्चा परिचर्चा करी और भविष्य के लिए संघ के सभी सदस्य देश के प्रति अपने कर्तव्यों को संघ के कार्यक्रमों के माध्यम से अपने उत्तरदायित्वों को किस प्रकार सम्पन्न करें इस पर भी चर्चा क़री।